NEET में 300, 400, 500 नंबर हैं? जानें क्या हैं आपके लिए MBBS, BDS और BAMS में विकल्प

कम नंबर हैं? घबराएं नहीं!

NTA के अनुसार 390,255 छात्र 300 से 500 स्कोर के बीच आये है। 500 से 686 स्कोर तक 51,491 छात्र है।
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) के अनुसार भारत में MBBS की 2025 में 780 मेडिकल कॉलेज में 1,18,148 कुल सीट है। जिसमें सरकारी एमबीबीएस की कुल सीटों की संख्या 59, 782 है। जबकि प्राइवेट में एमबीबीएस की सीट की संख्या 58, 316 है।

सवाल ये है – क्या 300 – 500 नंबर पर MBBS का सपना पूरा हो सकता है? जवाब है – हां, लेकिन सही जानकारी और काउंसलिंग स्ट्रेटजी के साथ।

इस लेख में आप जानेंगे:
  • 300–500 नंबर वालों के लिए विकल्प क्या हैं?
  • सरकारी vs प्राइवेट MBBS में कितना फर्क है?
  • BDS, BAMS, BHMS जैसे विकल्पों की क्या वैल्यू है?
  • किन राज्यों में कम नंबर पर सीट मिल सकती है?
  • NEET में 300–500 नंबर: आपका रैंक और सीट की संभावना

 

स्कोर रेंज अनुमानित रैंक सीट की संभावना

Score Range Rank Range Course
480–500 50,000 – 70,000  कुछ स्टेट्स में MBBS संभव
400–480 70,000 – 1,10,000 BDS या MBBS (OBC/SC/ST) संभव
300–400 1,10,000 – 1,70,000 BAMS/BHMS/BDS में अच्छा चांस

ध्यान दें: ये अनुमान 2024 के आकड़े पर आधारित हैं, 2025 में कम स्कोर वाले सरकारी में एडमिशन संभव हो सकता है।

अच्छे स्कोर वाले छात्र MBBS / BDS में एडमिशन नहीं लेते

1 लाख से अधिक रैंक या 300 से 500 स्कोर वाले छात्र यह सोचते हैं, कि हमारा एडमिशन नही होगा। तो ऐसे में आपको बताना चाहते हैं की बहुत ऐसे छात्र होते हैं जो अच्छे स्कोर या सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस और बीडीएस की सीट मिलने के बावजूद भी एडमिशन नहीं करवाते हैं क्योंकि कुछ छात्र का सपना होता है कि हम अपने ड्रीम कॉलेज में पढ़े और अगले साल बेहतर करने के लिए ड्राप ले लेते हैं।
इससे कम स्कोर वाले को फायदा हो जाता है और जहां संभावना नहीं होती है वहां सरकारी मेडिकल कॉलेज में सीट भी मिल जाती है। इसलिए आशा न तोड़े और अंत तक काउंसलिंग प्रक्रिया में जुड़े रहे।

MBBS के लिए चांस कहां है?

नीट पास छात्र की काउंसलिंग दो प्रक्रियाओं में होती है। जिसके अंतर्गत आपको में MBBS, BDS और BAMS में सरकारी व प्राइवेट कॉलेज में नामांकन मिलेगा। आई दोनों प्रक्रियाओं के बारे में विश्लेषण करते हैं।

1. State Quota (85%)
भारत के सभी मेडिकल कॉलेज के MBBS का 85% का आरक्षण राज्य कोटा में होता है। आप अपने राज्य के डोमिसाइल हैं तो वहां के सरकारी कॉलेज में सीट मिलने की संभावना सबसे अधिक होगी विशेष रूप से SC/ST/OBC कैटेगरी वालों के लिए 300 से 400 के आसपास भी MBBS मिल सकता है।

2. All India Quota(15%)
ऑल इंडिया कोटा के तहत आपको अपने राज्य के अतिरिक्त भारत के किसी भी सरकारी मेडिकल कॉलेज जो सर्वश्रेष्ठ है उनमें 15% का आरक्षण होता है जिसमें ओबीसी और एससी मिलकर 60% सीट आरक्षण होता है।

Low Cutoff States
कुछ ऐसे राज्य होते हैं जहां के सरकारी मेडिकल कॉलेज में कट ऑफ कम रहती है और वहां पर छात्र का एक अच्छा अवसर होता है चॉइस फिलिंग में उन राज्य के कॉलेज का नाम डालने का। तो आईए जानते हैं काम कट ऑफ वाले राज्य जैसे:

  1. बिहार
  2. ओडिशा
  3. छत्तीसगढ़
  4. झारखंड
  5. असम
  6. त्रिपुरा

यदि आपके नंबर 400+ हैं और आप इन राज्यों से हैं या वहां की सीट के लिए एलिजिबल हैं, तो MBBS पाना संभव है।

  • BDS (Dental) एक बेहतरीन विकल्प
  • NEET 2025 जिसके 300 से 450 स्कोर है उनके लिए बेहतर विकल्प के रूप मे BDS (Bachelor of Dental Surgery) एक शानदार
  • विकल्प है। बहुत से सरकारी और प्राइवेट कॉलेज 300–450 स्कोर पर BDS में एडमिशन देते हैं।

फायदे:

  • 5 साल का कोर्स (MBBS जैसा ही)
  • क्लिनिक और प्रैक्टिस का स्कोप
  • सरकारी नौकरी में भी मौका

BAMS, BHMS, BUMS – आयुष कोर्सेस भी हैं मजबूत विकल्प

अगर MBBS न मिले तो इन कोर्सेस की वैल्यू आज तेजी से बढ़ रही है:

कोर्स डिग्री अवधि स्कोप
BAMS आयुर्वेद 5.5 साल गवर्नमेंट हॉस्पिटल, क्लिनिक
BHMS होम्योपैथी 5.5 साल  क्लिनिक, मेडिकल ऑफिसर
BUMS यूनानी 5.5 साल यूनानी हॉस्पिटल, रिसर्च

इन कोर्सेस में सरकारी कॉलेज 300–400 नंबर पर भी मिल सकता है।

Private College vs Government College – सही फैसला कैसे लें?

सरकारी कॉलेज प्राइवेट कॉलेज
फीस : ₹10k – ₹1 लाख/साल  ₹7 लाख – ₹25 लाख/साल
क्वालिटी : बेहतर मिलाजुला
एक्सपोजर : ज्यादा कम
सीट्स : लिमिटेड ज्यादा

अगर प्राइवेट में जाना ही है तो Deemed University से बचें, क्योंकि वहाँ फीस बहुत ज्यादा होती है।

काउंसलिंग स्ट्रेटजी (Step by Step)

1. AIQ (MCC) में जरूर रजिस्टर करें:
https://mcc.nic.in

2. अपने राज्य की काउंसलिंग वेबसाइट पर भी रजिस्ट्रेशन करें।
उदाहरण:

3. BDS/BAMS/BHMS को भी प्रायोरिटी लिस्ट में रखें।
4. Mop-up round को न छोड़ें, यही आखिरी मौका हो सकता है।

NEET Result के बाद की आम गलतियाँ – बचें इनसे!

  • सिर्फ MBBS पर ध्यान देना
  • काउंसलिंग फॉर्म समय पर न भरना
  • Documents अधूरे रखना
  • Low cutoff वाले स्टेट्स को नजरअंदाज करना
  • गलत कॉलेज चॉइस भरना

निष्कर्ष: नंबर कम हैं तो भी उम्मीद बहुत है

NEET में अगर आपके 300–500 नंबर आए हैं तो घबराएं नहीं। सही जानकारी, प्लानिंग और काउंसलिंग के साथ आप:

  • MBBS (स्टेट कोटा / कैटेगरी बेस्ड)
  • BDS (सरकारी या प्राइवेट में कम फीस पर)
  • BAMS/BHMS (सरकारी में कम नंबर पर भी)
  • आसानी से पा सकते हैं।

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