NEET 2025 काउंसलिंग की 10 बड़ी गलतियाँ | सीट गंवाना ना पड़े! | हिंदी में पूरी जानकारी
NEET UG 2025 का 14 जून को रिजल्ट आ चुका है। NTA ने काउंसलिंग के लिए सभी कैटेगरी के छात्र को कटऑफ जारी कर दी है।
अब छात्रों के सबसे अहम और महत्वपूर्ण प्रक्रिया जिसे काउंसलिंग कहते हैं। अब भले ही नीट परीक्षा में कितना भी स्कोर कर ले कितना भी मेहनत कर ले लेकिन आपकी काउंसलिंग के समय में होने वाली छोटी गलतियां आपको MBBS / BDS का सरकारी सीट से बहुत दूर कर देगी। काउंसलिंग की प्रक्रिया बहुत ही क्रिटिकल होती है इसलिए इसे जितना सावधानीपूर्वक किया जाए उतना आपके लिए बेहतर होता है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे NEET UG 2025 काउंसलिंग के दौरान की जाने वाली सबसे कॉमन 10 गलतियाँ, जिनसे बचकर आप सरकारी MBBS/BDS सीट पाने का अपना सपना पूरा कर सकते हैं। अगर कोई एक भी गलती करते हैं। तो सपने अधूरे रह सकते हैं इसलिए सभी गलतियों को ध्यानपूर्वक देखें ताकि आप गलती से भी गलती न करे।
टॉप 10 गलतियाँ जो छात्रों को NEET काउंसलिंग में नहीं करनी चाहिए
1. केवल AIQ या केवल State Quota में भाग लेना
क्यों गलत है:
बहुत छात्र भारत के अच्छे सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिल करवाने के लिए केवल AIQ (All India Quota) में आवेदन करते हैं या सिर्फ अपने राज्य की काउंसलिंग में। केवल एक कोटा में आवेदन करके आप सरकारी सीट पाने की कोशिश न करे।
सही तरीका:
आपको दोनों काउंसलिंग में भाग लेना चाहिए — इससे आपके सीट मिलने के चांस दोगुने हो जाते हैं।
2. च्वाइस फिलिंग में टॉप कॉलेज व MBBS ही चुनना
क्यों गलत है:
बहुत छात्र लोग में और अधिक सुविधा प्राप्त करने के लिए केवल टॉप रैंक के कॉलेज को चॉइस लिस्ट में डाल देते हैं और उसके साथ एमबीबीएस कोर्स का चुनाव करते है। और वे छात्र काउंसलिंग के राउंड में छटाते जाते हैं।
सही तरीका:
चॉइस फिलिंग में हमेशा अपनी स्कोर रैंक के अनुसार टॉप कॉलेज मिड कॉलेज और निम्न स्तर के कॉलेज सभी को कम में डालें उसके साथ एमबीबीएस कोर्स के अतिरिक्त बीडीएस कोर्स को हमेशा साथ में लेकर चले क्योंकि यह भी डेंटल करियर के लिए एक बेहतर विकल्प है।
3. डॉक्यूमेंट्स अधूरे होना या गलत फॉर्मेट में होना
क्यों गलत है:
कुछ छात्र अपने जरूरी डॉक्यूमेंट (जैसे डोमिसाइल, कैटेगरी सर्टिफिकेट State Quota के लिए) को अपडेटेड या बनाई नहीं रहते हैं। और अंत में उन्हें जल्द में बनाना होता है। जिसके कारण कुछ गलतियां हो जाती है । और वे अपने सीट से रिजेक्ट हो जाते है।
सही तरीका:
काउंसलिंग में आवेदन करने से पहले जो जो डॉक्यूमेंट जरूरी होती है उन सभी का स्कैन करके एक पीडीएफ फोल्डर में बनाकर तैयार रखें और जैसे ही काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू होती है उन सभी दस्तावेजों को ध्यानपूर्वक और सही जानकारी के साथ आवेदन करें।
4. काउंसलिंग पोर्टल पर अंतिम समय में रजिस्ट्रेशन करना
क्यों गलत है:
कुछ छात्र शुल्क के कारण या समझदारी या आली होने के कारण अंतिम समय में काउंसलिंग पोर्टल में रजिस्ट्रेशन करने का प्रयास करते हैं लेकिन वेबसाइट के कुछ अधिक ट्रैफिक या गड़बड़ी के कारण अंत में ओटीपी का नहीं आना सर्वर डाउन होना जैसी समस्याएं आती है जिसके कारण छात्र रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाते हैं और वह अच्छे स्कोर करने के बावजूद भी अपने सीट से हाथ धो देते हैं।
सही तरीका:
काउंसलिंग की जैसे ही पोर्टल खुले पहले या दूसरे दिन रजिस्ट्रेशन करें और उसके अंदर मांगी गई आवश्यक दस्तावेज को अपलोड करें।
5. Fee Payment में देरी करना
क्यों गलत है:
आवेदन करने के और सभी चॉइस फिलिंग कर देने के बाद अंत में शुल्क भरना अति आवश्यक होता है यदि नहीं भरते हैं तो आपका फॉर्म रिजेक्ट कर दिया जाता है।
सही तरीका:
आवेदन व चॉइस फिलिंग के बाद सभी फीस समय पर जमा करें और सही माध्यम से भरे और पेमेंट स्लिप को सुरक्षित रखें
6. Seat Allot होने के बाद रिपोर्टिंग न करना
क्यों गलत है:
काउंसलिंग तो छात्र कर लेते हैं और उन्हें सीट भी प्राप्त हो जाती है लेकिन ध्यान नहीं देने के कारण वे रिपोर्ट नहीं कर पाते हैं जिसके कारण उनके सेट अगले राउंड में चली जाती है
सही तरीका:
जैसे ही आपको काउंसलिंग राउंड केदार में दौरान सीट मिलती है तो आप दो-तीन दिन के भीतर कॉलेज से संबंधित रिर्पोटिंग सेंटर पर जरूर पहुंचे और अपने दस्तावेजों को सत्यापित करें और एडमिशन का कार्यक्रम आगे का शुरू करें।
7. Upgradation की उम्मीद में सीट छोड़ देना
क्यों गलत है:
कुछ छात्रों के मन मे अपने ड्रीम कॉलेज व ड्रीम कोर्स MBBS की चाहत रखते हैं और पहले दूसरे अगले राउंड तक सीट की प्राप्ति नहीं होती है।
सही तरीका:
यदि आपकी पहली प्राथमिकता या चाहत नहीं मिलती है तो हमेशा दूसरा विकल्प रखें और जो मिले वह सेट को स्वीकार कर ले और अपग्रेडशन का ऑप्शन रखें
8. MCC और State Portals के Updates को नजरअंदाज करना
क्यों गलत है:
काउंसलिंग की आधिकारिक वेबसाइट में कुछ बदलाव नए नियम जुड़ते हैं और उन्हें छात्र नजर अंदाज कर देते हैं जो सीट पर प्रभावित करती है।
सही तरीका:
MCC.nic.in और अपने राज्य की NEET वेबसाइट को रोजाना चेक करें। जो भी नए अपडेट या नियम आते हैं उनका अनुसरण करके अपने काउंसलिंग की प्रक्रिया में भाग लेंगे।
9. मोबाइल नंबर या Email ID ग़लत भरना
क्यों गलत है:
सीट अलॉटमेंट या अन्य महत्वपूर्ण जानकारी आपके मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर आते हैं। कुछ छात्र मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी का सही जानकारी नहीं डालते हैं। OTP सत्यापन नहीं हो पता है और उन्हें काउंसलिंग प्रक्रिया से सीट प्राप्त होने में समस्या आ जाती है।
सही तरीका:
NEET UG 2025 फार्म और काउंसलिंग फॉर्म दोनों में एक ही मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दर्ज करें और ध्यान रहे आपका ईमेल का स्टोरेज फुल ना हो उसे पर ओटीपी आए और मोबाइल नंबर पर रिचार्ज हो ताकि सत्यापन हो सके।
10. गलत कटेगरी में आवेदन करना
क्यों गलत है:
OBC/EWS/SC/ST कैटेगरी के अनुसार प्रमाण पत्र गलत दे देने से सीट कैंसिल हो जाती है।
सही तरीका:
सर्टिफिकेट के मापदंड इस गाइडेंस के अनुसार केवल उसी फॉर्मेट में जमा करें जो MCC या राज्य पोर्टल पर दिया गया हो।
Bonus: और कौन-कौन सी बातें ध्यान में रखें?
- PDF फॉर्मेट में सभी दस्तावेज स्कैन करके रखें
- हर राउंड में नया च्वाइस फिलिंग करें (यदि जरूरी हो)
- Mop-up और stray vacancy round को हल्के में न लें
- बैकअप विकल्प जैसे BDS, BAMS को भी लिस्ट में रखें
Official Resources के लिंक ;-
पोर्टल | लिंक |
---|---|
MCC AIQ काउंसलिंग | https://mcc.nic.in |
NTA NEET रिजल्ट | https://neet.nta.nic.in |
राज्यवार काउंसलिंग | अलग-अलग राज्य की NEET वेबसाइट (जैसे upneet.gov.in, bceceboard.bihar.gov.in आदि) |
FAQs – काउंसलिंग Mistakes से जुड़े आम सवाल
क्या एक बार च्वाइस लॉक हो गई तो बदल नहीं सकते?
जी हां एक बार लॉक कर देने के बाद कोई भी बदलाव नहीं होगा इसलिए सभी ध्यान पूर्वक जानकारी भरने के बाद ही लॉक करें।
क्या मैं किसी भी राज्य की काउंसलिंग में भाग ले सकता हूँ?
AIQ के अनुसार आप किसी भी राज्य की प्रमुख सरकारी मेडिकल कॉलेज के ऐडमिशन काउंसलिंग में भाग ले सकते हैं लेकिन यदि आप अपने राज्य स्टेट कोटा के लिए काउंसलिंग में भाग लेते हैं तो आपको सीट मिलने की संभावना ज्यादा प्रबल होती है।
क्या गलत डॉक्यूमेंट देने पर केस हो सकता है?
जी बिल्कुल यदि आप अपने डॉक्यूमेंट को गलत देते हैं तो आपका आवेदन वो एडमिशन रद्द किया जाता है और उसके अनुसार उचित गलत सर्टिफिकेट बनाने के जुर्म में कानूनी कार्रवाई भी किया जा सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
- Neet UG 2025 मैं सफलता आपको सिर्फ अच्छा स्कोर लाने से नहीं मिलता है।
- आप एमबीबीएस और टॉप सरकारी मेडिकल कॉलेज के साथ दूसरे विकल्प BDS MID
- कॉलेज और तीसरे BAMS लो कॉलेज विकल्प को भी रखें।
- ऊपर दिए गए 10 गलतियां आप नहीं करते हैं तो आपको एक से दो राउंड के भीतर स्कोर के
- मुताबिक सीट एलॉटमेंट होने की संभावना अधिक हो जाती है
Neet 2025 mop up and stray vacancy round क्या है? आखिरी मौके से सीट कैसे पक्की करें?